हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। लंबे समय से वह स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और हाल के हफ्तों में उन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था।
जानकारी के अनुसार, हालत में कुछ सुधार के बाद उन्हें घर लाया गया और डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज जारी रहा, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बचाया नहीं जा सका। परिवार और करीबी लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
धर्मेंद्र ने अपने करीब छह दशक लंबे फिल्मी करियर में सैकड़ों फिल्मों में काम किया और एक्शन से लेकर रोमांस और कॉमेडी तक, हर शैली में अपनी अलग पहचान बनाई। ‘शोले’, ‘फूल और पत्थर’, ‘सीता और गीता’, ‘चुपके चुपके’ जैसी कई फिल्मों ने उन्हें दर्शकों के दिलों में अमर कर दिया और उन्हें बॉलीवुड का ‘ही-मैन’ कहकर पुकारा जाने लगा।
उनके निधन की खबर फैलते ही फिल्म इंडस्ट्री और प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर नेताओं, फिल्मी हस्तियों और आम लोगों ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी और माना कि धर्मेंद्र के जाने से हिंदी सिनेमा के एक स्वर्णिम दौर का अंत हो गया है।
परिवार की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वह इस कठिन समय में उनकी निजता का सम्मान करें और धर्मेंद्र की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें। उनके चाहने वाले मानते हैं कि भले ही अब वह इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्में, संवाद, और सादगी भरा व्यक्तित्व आने वाली पीढ़ियों तक याद किया जाता रहेगा।