संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर 2025 से शुरू हो गया, जो 19 दिसंबर तक चलेगा। पहले ही दिन विशेष गहन संशोधन (SIR), वोट चोरी, दिल्ली विस्फोट और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को कड़ा घेरा, जिससे लोकसभा स्थगित हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में सदस्यों को संबोधित कर सार्थक चर्चा और राष्ट्रहित पर जोर दिया।
विपक्ष का जोरदार प्रदर्शन
विपक्षी दलों ने SIR प्रक्रिया, बीएलओ की मौत और नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी व सोनिया गांधी पर दर्ज नई एफआईआर को लेकर हंगामा किया। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा से वॉकआउट किया तथा चुनाव सुधारों की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ठंडे दिमाग से काम करने की अपील की।
सरकार के प्रमुख विधेयक
सरकार इस सत्र में 14 महत्वपूर्ण विधेयकों पर फोकस कर रही है, जिनमें परमाणु ऊर्जा विधेयक-2025, बीमा कानून संशोधन, दिवाला कानून, जीएसटी और तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क शामिल हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अनुदान की अनुपूरक मांगें पेश करेंगी। मणिपुर जीएसटी संशोधन विधेयक बिना चर्चा पारित हो गया।
भविष्य की संभावनाएं
सत्र में एयर पोल्यूशन, विदेश नीति और नए श्रम कानून जैसे मुद्दे गरमाएंगे। पीएम मोदी ने विपक्ष पर राजनीतिक नाटक का आरोप लगाया, जबकि विपक्ष सरकार की जवाबदेही मांग रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि हंगामा जारी रह सकता है, लेकिन विधायी कार्य आगे बढ़ेगा।