थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि दोनों देशों ने युद्धविराम पर सहमति जताई है। यह बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राहत की उम्मीद लेकर आया था।
लेकिन वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग रही। ट्रंप की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद कंबोडिया ने आरोप लगाया कि थाई सेना ने सीमा पर बमबारी की। लड़ाकू विमानों से की गई इस कार्रवाई ने हालात को और गंभीर बना दिया।
संघर्ष का असर बेहद भयावह है। अब तक कम से कम 20 नागरिक और सैनिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। हिंसा के चलते 5 लाख से ज्यादा लोग अपने घर छोड़कर शरणार्थी शिविरों में पहुंच गए हैं।
इस विवाद की जड़ सीमा पर स्थित प्राचीन मंदिरों और 800 किलोमीटर लंबी सीमा पर नियंत्रण को लेकर है। दोनों देशों के बीच यह विवाद वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन हालिया घटनाओं ने इसे और खतरनाक बना दिया है।
मध्यस्थता की कोशिशें भी जारी हैं। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने शांति वार्ता में सहयोग किया है, लेकिन लगातार हो रही हिंसा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है।