वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल (Shivraj Patil) का आज सुबह महाराष्ट्र के लातूर में निधन हो गया। उन्हें 90 वर्ष की आयु में परिवार के सदस्यों के साथ उनके घर पर अंतिम सांस लेते हुए पाया गया।
पाटिल लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और बीमारियों के कारण घर पर स्वास्थ्य देखभाल के तहत थे। आज सुबह करीब 6:30 बजे उन्होंने अंतिम घड़ी देखी, जहां परिजनों ने उनके निधन की पुष्टि की।
राजनीतिक जीवन और सेवा
शिवराज पाटिल का राजनीति में करियर पांच दशक से अधिक लंबा रहा। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया:
केंद्रीय गृह मंत्री (Union Home Minister) के रूप में कार्य किया।
लोकसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं।
महाराष्ट्र से सात बार संसद सदस्य के रूप में चुने गए।
उनकी सार्वजनिक सेवा का दौर काफी विस्तृत रहा, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, संसदीय प्रक्रिया और राज्यों के साथ समन्वय जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में योगदान दिया।
उनकी विरासत और यादें
राजनीति जगत में शिवराज पाटिल को एक शांत, विवेकशील और अनुशासित नेता के रूप में याद किया जाता है। उनके निधन पर कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी:
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि पाटिल के जाने से भारतीय राजनीति एक शिक्षित और संस्कारी व्यक्तित्व खो दिया।
कांग्रेस पार्टी और राष्ट्रीय राजनेताओं ने भी परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं और उनके योगदान को सराहा है।