राज्यसभा में वंदे मातरम् पर हुई बहस ने बड़ा राजनीतिक टकराव पैदा किया। प्रियंका गांधी के बयान के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आमने-सामने आ गए। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वंदे मातरम् को विभाजित कर देश को तोड़ा, जबकि खरगे ने नेहरू और इंदिरा गांधी की विरासत का बचाव किया।
राज्यसभा के शीतकालीन सत्र में वंदे मातरम् पर हुई चर्चा ने राजनीतिक रंग ले लिया। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि यह बहस बंगाल चुनाव को ध्यान में रखकर की जा रही है। इसके बाद अमित शाह और मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
मुख्य बिंदु
- प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार चुनावी लाभ के लिए वंदे मातरम् पर बहस कर रही है।
- अमित शाह ने जवाब दिया कि कांग्रेस ने वंदे मातरम् को विभाजित कर देश को तोड़ा।
- शाह ने नेहरू और इंदिरा गांधी पर निशाना साधा, कहा कि आपातकाल में वंदे मातरम् गाने वालों को जेल भेजा गया।
- खरगे ने पलटवार करते हुए कहा कि यह बहस नेहरू की विरासत को कमजोर करने की कोशिश है।
यह बहस केवल एक गीत पर नहीं, बल्कि भारत की राजनीतिक विरासत और सांस्कृतिक पहचान पर केंद्रित है।