
आज छठ पूजा का दूसरा दिन है, जिसे खरना कहा जाता है। इस दिन श्रद्धालु सूर्योदय से सूर्यास्त तक निर्जला उपवास रखते हैं और पूरे दिन अन्न-जल का त्याग करते हैं। सूर्यास्त के समय सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने के बाद ही व्रत का समापन किया जाता है। चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत कल नहाय-खाय से हुई थी। यह पर्व सूर्य देव और उनकी बहन छठी मैया की आराधना को समर्पित है, जो पवित्रता, कृतज्ञता और परिवार की समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
छठ पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश-विदेश में सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने व्रतियों की अटूट आस्था को नमन करते हुए इस पर्व के गहरे सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज छठ केवल भारत ही नहीं, बल्कि विश्वभर में भारतीय परिवारों द्वारा पूरे समर्पण के साथ मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने छठी मैया को समर्पित एक भक्ति गीत भी साझा किया और सभी से उसकी आध्यात्मिक अनुभूति में सहभागी होने का आह्वान किया। उन्होंने कामना की कि छठी मैया सभी के जीवन में सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रकाश फैलाएँ।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने छठी मैया के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए एक भक्ति गीत साझा किया और कहा कि इसकी आध्यात्मिक ध्वनि सभी के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भर दे। उन्होंने प्रार्थना की कि छठी मैया अपनी अनुकंपा से सभी को सुख-समृद्धि प्रदान करें।