
INDIA-PAK WAR: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने निर्दोष लोगों की मौत का बदला लेने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सर्जिकल स्ट्राइक की और पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसके बाद से पाकिस्तानी सेना लगातार भारतीय सीमा क्षेत्रों पर हमले कर रही है। हालांकि, इस दौरान रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी है। इस संबंध में रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना द्वारा समय-समय पर सीमा क्षेत्र की स्थिति के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिससे फर्जी खबरों पर रोक लग सके और देशभर में भय का माहौल न बने और सेना की मुश्किलें कम रहें। इस बारे में अधिक जानकारी देने के लिए विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय द्वारा एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
इस प्रेस वार्ता में भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री, जनरल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर जनरल व्योमिका सिंह मीडिया के सामने आकर पूरी जानकारी दी। जिसमें सोफिया कुरैशी ने कहा कि पिछले काफी समय से पाकिस्तान की ओर से पश्चिमी क्षेत्र में आक्रामक सैन्य गतिविधियां जारी हैं। जिसमें ड्रोन, लड़ाकू जेट और लंबी दूरी के हथियारों सहित भारतीय सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया है। इसके अलावा नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 26 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ की कोशिशें की गईं। अधिकांश प्रयासों को भारतीय सेना ने विफल कर दिया है। हालांकि, वायुसेना स्टेशनों उधनपुर, पठानकोट, आदमपुर, भुज और भंटिडा स्टेशनों के उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए। पाकिस्तान ने रात 1:40 बजे उच्च गति वाली मिसाइल से पंजाब स्थित एयरबेस स्टेशन पर हमला करने का प्रयास किया।
पाकिस्तान का निंदनीय कृत्य
पाकिस्तान ने श्रीनगर, उधमपुर और अवंतीपुरा में वायु सेना के ठिकानों पर अस्पतालों और स्कूल परिसरों को निशाना बनाने की निंदा की। नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला करने की पाकिस्तान की गैरजिम्मेदाराना हरकत सामने आई है।
भारतीय सेना का जवाबी हमला
पाकिस्तान द्वारा जानबूझकर सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के बाद, भारतीय सशस्त्र बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए तकनीकी प्रतिष्ठानों, कमांड नियंत्रण केंद्रों, रडारों और हथियार डिपो को निशाना बनाया। इसके अलावा राफिकी, मुरीद, चकलाला, रहमिया खान, सुकून में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हवाई प्रक्षेपणों, सटीक हथियारों और लड़ाकू विमानों से हमला किया गया। पासुर स्थित राडार स्थल तथा सियालकोट स्थित विमानन स्थल एयरबेस को भी निशाना बनाया गया।
पाकिस्तानी सेना ने हवाई क्षेत्र का दुरूपयोग किया
इस ऑपरेशन के दौरान भारत में न्यूनतम क्षति सुनिश्चित की गई। चिंता यह थी कि पाकिस्तान लाहौर से उड़ान भरने वाले नागरिक विमानों की आड़ में अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र का दुरुपयोग कर रहा था। ताकि वे अपनी गतिविधियों को छिपा सकें। पाकिस्तानी दुष्प्रचार ने आदमपुर में एस-400 प्रणाली, सूरतगढ़, नगरोटा में ब्रह्मोस बेस, देहरादून में तोपखाने की स्थिति और चंडीगढ़ में उन्नत विस्फोटकों को नष्ट करने के बारे में सोशल मीडिया पर झूठे दावे फैलाए। भारत इन सभी झूठे दावों का खंडन करता है।
‘हम तनाव बढ़ाना नहीं चाहते’
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर कई ड्रोन हमले, भारी गोलाबारी और तोपखाने से हमले करने का प्रयास किया। कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी और अखनूर सेक्टरों में तोपखाने और छोटे हथियारों से भारी गोलीबारी जारी रही। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को प्रभावी और तुलनीय जवाब दिया। सेना को बहुत नुकसान हुआ है। पाकिस्तानी सेना के अग्रिम इलाकों में सैनिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है, जो स्थिति को और भड़काने के प्रयास का संकेत है। अब तक सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का भारतीय सेना द्वारा जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों का कहना है कि वे तनाव नहीं बढ़ाना चाहते, लेकिन शर्त यह है कि पाकिस्तान भी इसी तरह का व्यवहार करे।