कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश की सार्वजनिक संस्थाओं को योजनाबद्ध तरीके से कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने इसे एक गहरी साज़िश बताया और कहा कि यह भारत के लोकतांत्रिक ढांचे और भविष्य के लिए बेहद हानिकारक है।
राहुल गांधी ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती संस्थाओं पर निर्भर करती है, लेकिन मौजूदा सरकार उन्हें दुर्बल और नियंत्रित करने की दिशा में काम कर रही है। उनके अनुसार, यह प्रक्रिया केवल राजनीति तक सीमित नहीं है बल्कि शिक्षा, न्यायपालिका और प्रशासनिक ढांचे तक फैली हुई है।
राहुल गांधी के मुख्य बिंदु
- एनडीए सरकार पर संस्थाओं को “डिस्मैंटल” करने का आरोप।
- कहा कि यह गहरी जड़ें जमाए षड्यंत्र है।
- लोकतंत्र और जनता के अधिकारों के लिए इसे खतरा बताया।
- भविष्य की पीढ़ियों पर इसके दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव पड़ने की चेतावनी दी।
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय आया है जब विपक्ष लगातार सरकार पर संस्थागत स्वतंत्रता को कम करने के आरोप लगा रहा है। कांग्रेस पार्टी इसे जनता के अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा का मुद्दा बना रही है।